विश्व प्रसिद्ध बाबा श्याम के आस्था की सुगंध दिनों दिन बढ़ती जा रही है. मात्र 6 सालों में ही बाबा श्याम के दर्शन के लिए आने वाले भक्तों की तादाद 6 गुना बढ़ गई है. बाबा श्याम महिमा दिनों दिन बढ़ रही है इसका अंदाजा यहां आने वाले भक्तों के 6 साल के आंकड़ों से लगाया जा सकता है. आंकड़ों के मुताबिक पिछले छह साल में खाटू श्याम जी पहुंचने वालों की संख्या में छह गुना से भी ज्यादा इजाफा हुआ है. कोरोना काल से पहले 2019 में जहां कुल 36 लाख 21 हजार लोग खाटू श्याम जी पहुंचे थे, वहीं 2024 में 2 करोड़ 36 लाख पर्यटक बाबा श्याम की नगरी पहुंचे.

आंकड़ों के अनुसार खाटूश्यामजी में पिछले एक साल में ही 31 लाख पर्यटक बढ़े हैं. 2023 में कुल 2.5 करोड़ पर्यटक ने बाबा श्याम के दर्शन किए थे, जो 2024 में 2.36 करोड़ दर्ज हुए हैं. इससे पहले कोरोना काल के बाद 2022 में 60 लाख लोग खाटू श्याम जी पहुंचे थे. इसी में आगामी दिनों में बाबा श्याम के दरबार में भक्तों की तादाद और बढ़ेगी.

कॉरिडोर बनने पर संख्या बढ़ेगी
यदि कुल पर्यटन की बात करें तो जिलेभर में एक साल में पर्यटकों की संख्या करीब सात लाख बढ़ी है. 2023 में जिले में 2.58 करोड़ पर्यटक पहुंचे थे, जो 2024 में 2.65 करोड़ से ज्यादा दर्ज हुए हैं. खाटूश्यामजी में राज्य सरकार का 100 करोड़ का कॉरिडोर भी प्रस्तावित है. जिसकी घोषणा पिछले बजट में ही की गई है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि कॉरिडोर के बाद खाटूश्यामजी में पर्यटकों की संख्या में और ज्यादा इजाफा होगा. पर्यटन विभाग के आंकड़ों के अनुसार जिले में पर्यटकों की पहली पसंद अब भी धार्मिक पर्यटन स्थल ही है. पर्यटकों की संख्या के लिहाज से पिछले साल भी खाटूश्यामजी, जीण माता व शाकंभरी मंदिर ही जिले में टॉप-3 पसंदीदा स्थानों में रहे. इसमें से हर साल खाटूश्यामजी में ही सबसे अधिक श्रद्धालु आते हैं. मेले के समय यहां संख्या सबसे ज्यादा बढ़ती है. इस बार मेले बाबा श्याम के मेले में 50 लाख से ज्यादा श्रद्धालु आने का अनुमान है.