साल भर में कुल 24 बार एकादशी का व्रत रखा जाता है. यानी कि हर महीने में दो एकादशी मनाई जाती है. हिंदू धर्म में एकादशी का महत्व बेहद खास होता है. अगर आप एकादशी के दिन व्रत रखते हैं और माता लक्ष्मी की पूजा अराधना करते हैं तो घर में कभी भी धन-धन की कमी नहीं होगी ना ही दरिद्रता वास करेगी. वही फाल्गुन मां की पहली एकादशी विजया एकादशी है. विजया एकादशी के दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की विशेष विधि विधान के साथ पूजा आराधना करनी चाहिए. लेकिन एकादशी के दिन कुछ नियमों का पालन करना भी बेहद जरूरी हो जाता है अन्यथा माता लक्ष्मी रुष्ट भी हो सकती हैं. किन नियमों का पालन करना चाहिए जानते हैं देवघर के ज्योतिषाचार्य से?

क्या कहते है देवघर के ज्योतिषाचार्य :
फाल्गुन माह की पहली एकादशी यानी विजया एकादशी का व्रत 24 फरवरी को रखा जाएगा. एकादशी के दिन अगर भक्त व्रत रखकर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा आराधना करते हैं तो उन्हें हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त होगी साथ ही शत्रु पर भी विजय प्राप्त कर सकेंगे. रोग बीमारी से भी मुक्ति मिलेगी और जीवन में सुख समृद्धि की वृद्धि होगी लेकिन कुछ ऐसी चीज हैं जो एकादशी के दिन बिल्कुल भी नहीं करनी चाहिए.

एकादशी के दिन किन गलतियों से बचना चाहिए:
ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि हिंदू धर्म में बेहद नियम विधि के साथ कोई पूजा पाठ करना चाहिए. अभी उस पूजा का उत्तम फल की प्राप्ति होती है.
तुलसी को स्पर्श ना करे :
वही एकादशी के दिन भूलकर भी तुलसी को स्पर्श ना करें और ना ही तुलसी को जल चढ़ाएं. क्योंकि तुलसी माता लक्ष्मी का ही प्रतीक माना जाता है. ऐसा करने से माता लक्ष्मी रुष्ट हो सकती हैं.

चावल का सेवन ना करे :
एकादशी के दिन चावल का सेवन बिलकुल भी नहीं करना चाहिए.एकादशी के दिन चावल का सेवन करना अशुभ माना जाता है.

काले कपड़े ना पहनने :
एकादशी तिथि के दिन काले, नीले या गहरे कपड़े पहन कर पूजा पाठ बिल्कुल भी नहीं करनी चाहिए. इस दिन लाल या पीला वस्त्र पहन कर ही पूजा पाठ करें शुभ माना जाता है.