नई दिल्ली। रेलवे ने शनिवार को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भीड़ नियंत्रण के उपायों का सफल परीक्षण किया। इसके तहत बिना आरक्षण वाले यात्रियों की आवाजाही को एक ही प्लेटफार्म नंबर 16 तक सीमित कर दिया गया और जब मांग बढ़ी तो महाकुंभ के लिए विशेष ट्रेनों को उसी फ्लेटफार्म से चलाया गया।

नई दिल्ली से पांच विशेष ट्रेनें चलाई गईं
महाकुंभ के लिए यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए शनिवार शाम को नई दिल्ली से पांच विशेष ट्रेनें चलाई गईं। मालूम हो कि पिछले दिनों नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ में 18 यात्रियों की मृत्यु हो गई थी और कई घायल हुए थे।

रेलवे के मुताबिक, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर महाकुंभ स्नान के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ती ही जा रही है। शनिवार शाम छह बजे से लेकर 11 बजे रात के मध्य 13 हजार 105 यात्रियों ने यहां से प्रयागराज के लिए ट्रेन पकड़ी।

अश्विनी वैष्णव ने खुद रखी नजर
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव स्वयं रेलवे बोर्ड के वार रूम से स्थिति नजर रखे हुए थे और रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष और सीईओ सतीश कुमार व अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को लगातार दिशा-निर्देश दे रहे थे। उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक अशोक कुमार वर्मा इस दौरान नई दिल्ली स्टेशन पर बने मिनी कंट्रोल रूम में थे।

मंत्री वैष्णव ने रविवार शाम को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन का दौरा किया और व्यवस्थाओं और यात्री सुविधाओं की समीक्षा की। उन्होंने बताया कि प्रयोग सफल साबित हुआ क्योंकि इससे अन्य प्लेटफार्मों पर भीड़भाड़ नहीं हुई और महाकुंभ जाने वाले श्रद्धालुओं की निर्बाध प्रस्थान सुनिश्चित हुआ।

बिना आरक्षण वाले टिकटों की बिक्री की निगरानी
उधर, उत्तर रेलवे के सीपीआरओ हिमांशु उपाध्याय ने बताया कि शनिवार दोपहर 2.30 बजे से रात 11.30 बजे तक हमने हर आधे घंटे में बिना आरक्षण वाले टिकटों की बिक्री की निगरानी की। देखा कि 2.30 बजे से तीन बजे के बीच 969 टिकट बेचे गए। यह संख्या अगले 30 मिनट में घटकर 466 हो गई और शाम सात बजे तक 400 से 1,100 के बीच झूलती रही।

हालांकि, इसके बाद यह बढ़ने लगी। शाम छह बजे से सात बजे के मध्य प्रयागराज के लिए 2375 टिकट बेचे गए।

रात सात से आठ बजे के बीच 2950, आठ से नौ बजे के मध्य 3429, नौ से दस बजे के मध्य 2662 और रात दस बजे से 11 बजे के मध्य 1689 टिकटों की बिक्री हुई। इस दौरान प्रयागराज के लिए हर घंटे एक विशेष ट्रेन का संचालन किया गया।