कर्नाटक में एक बार फिर से भाषाई विवाद तूल पकड़ता दिख रहा है. कर्नाटक के परिवहन मंत्री रामलिंगा रेड्डी ने आज सोमवार को बस कंडक्टर महादेवप्पा हुक्केरी के प्रति अपना समर्थन जताया जिन पर मराठी में नहीं बोलने पर बेलगावी में कथित तौर पर हमला कर दिया गया था. उन्होंने यह भी कहा कि उनका विभाग और राज्य के लोग हुक्केरी के साथ खड़े हैं. यह घटना पिछले हफ्ते शुक्रवार की है जब एक युवक और लड़की बस में चढ़े. इस दौरान बस कंडक्टर ने उनसे टिकट मांगा, तो लड़के ने मराठी भाषा में जवाब दिया.

मराठी नहीं बोलने पर हुआ हमला
इस पर बस कंडक्टर ने उन्हें बताया कि उन्हें मराठी भाषा समझ में नहीं आती है और उनसे कन्नड़ में जवाब देने और टिकट मांगने के लिए कहा, इससे नाराज युवक ने तुरंत अपने दोस्तों को बुलाया और उस पर तथा ड्राइवर पर हमला कर दिया. हमले के खिलाफ शिकायत किए जाने के बाज मामले से जुड़े 5 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया. आरोपी युवक के साथ सफर कर रही नाबालिंग लड़की ने भी पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है कि हुक्केरी ने उसके साथ अभद्र व्यवहार किया था.

जानबूझकर POCSO केसः मंत्री
परिवहन मंत्री रामलिंगा रेड्डी ने अस्पताल में कंडक्टर से मिलने के बाद संवाददाताओं से कहा, बस में करीब 90 लोग सवार थे. हर कोई कह रहा है कि कंडक्टर के खिलाफ जानबूझकर POCSO का केस दर्ज किया गया है. रेड्डी ने आगे कहा, हम सभी स्थानीय नेताओं, नागरिकों, मीडिया और राज्य के लोगों सहित कंडक्टर महादेवप्पा हुक्केरी के साथ हैं. साथ ही मंत्री ने इस केस में पुलिस कार्रवाई पर असंतोष व्यक्त किया.

रेड्डी ने कहा, यहां (बेलगावी) आने के बाद मुझे पता चला कि हुक्केरी पर हमले में कम से कम 15 लोग शामिल थे, लेकिन सिर्फ 5 लोगों को ही गिरफ्तार किया गया है. जबकि अन्य आरोपी लोगों को भी गिरफ्तार किया जाना चाहिए. अगर हम उन्हें बिना किसी सजा के छोड़ देंगे तो वे आगे भी ऐसी गतिविधियों में लिप्त रहेंगे.

पुलिस तत्काल कार्रवाई करेः गृह मंत्री
बस कंडक्टर पर इस हमले ने एक बार फिर महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच दशकों पुराने सीमा विवाद को फिर से हवा दे दी है. पहले भी महाराष्ट्र और कर्नाटक के राज्य सड़क परिवहन निगमों के बस चालकों और कंडक्टरों पर हमले होते रहे हैं. तुमकुरु में पत्रकारों से बात करते हुए राज्य के गृह मंत्री जी परमेश्वर  ने महाराष्ट्र सरकार से इस तरह की घटनाओं में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने का अनुरोध किया. उन्होंने आगे कहा, महाराष्ट्र बॉर्डर पर बेलगावी में अक्सर भाषा के आधार पर विवाद होते रहे हैं. हमें सावधानी के साथ आगे बढ़ना होगा. यह महाराष्ट्र और कर्नाटक दोनों राज्यों पर लागू होता है क्योंकि हमें इसे और आगे बढ़ने नहीं देना चाहिए. परमेश्वर ने इस बात पर जोर दिया कि कर्नाटक इस तरह की घटनाओं से जुड़े मामलों में पुलिस तत्काल कार्रवाई करे और महाराष्ट्र से भी ऐसा करने का अनुरोध किया.