दान एक नेक काम है लेकिन अगर सही तरीके से न किया जाए तो यह नुकसान भी पहुंचा सकता है. जब हम किसी जरूरतमंद को कुछ देते हैं तो हमारे मन में यह भावना होती है कि हमारी अधिकता किसी और के काम आ जाए. लेकिन अगर दान करने में लापरवाही बरती जाए या यह आपकी कुंडली के नियमों के विरुद्ध हो तो यह आपको लाभ पहुंचाने की बजाय हानि भी दे सकता है. इसलिए दान करते समय सतर्क रहना जरूरी है. हमें दान करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए और कौन-सी चीजें हमें दान करने से बचना चाहिए, इस बारे में जानकारी दे रहे हैं ज्योतिष एवं वास्तु शास्त्र रवि पाराशर.

दान और दक्षिणा में अंतर
दान और दक्षिणा दोनों का अर्थ अलग-अलग होता है. दक्षिणा वह होती है जो किसी सेवा के बदले दी जाती है, जबकि दान निस्वार्थ भाव से किया जाता है. दान तब ही प्रभावी होता है जब इसे बिना किसी दिखावे और अहंकार के किया जाए, तो उसका महत्व समाप्त हो जाता है. जब भी हम किसी को कुछ देते हैं, तो यह समझें कि वह चीज पहले भी हमारे जीवन में किसी न किसी रूप में आई थी. अब जब कुदरत ने हमें सक्षम बनाया है, तो हम उसे आगे बढ़ा रहे हैं. यह भाव यदि हमारे भीतर रहेगा, तो दान का सही असर देखने को मिलेगा.

ग्रहों के अनुसार दान का महत्व
ज्योतिष में नौ ग्रह होते हैं, और हर ग्रह से कुछ खास चीजें जुड़ी होती हैं. यदि कोई ग्रह आपके जीवन में कष्ट दे रहा हो, तो उसकी संबंधित चीजों का दान करने से राहत मिल सकती है.

    सूर्य से जुड़ी चीजें जैसे गेहूं, तांबा, माणिक्य, सरकारी तंत्र और पिता का सम्मान बढ़ाते हैं.
    चंद्रमा दूध, चावल और मानसिक शांति का प्रतीक होता है.
    मंगल से जुड़ी मीठी चीजें, लाल मसूर और हथियार रक्षा और संघर्ष से संबंधित होते हैं.
    बुध से हरी मूंग, स्टेशनरी और संवाद क्षमता जुड़ी होती है.
    गुरु सोना, पीला वस्त्र और धर्म से जुड़ी चीजों का प्रतिनिधित्व करता है.
    शुक्र इत्र, चांदी, चावल और सौंदर्य से जुड़ा है.
    शनि से सरसों का तेल, उड़द, काले चने और श्रमिक वर्ग का संबंध होता है.
    राहु इलेक्ट्रॉनिक सामान और रहस्यमयी चीजों से जुड़ा होता है, जबकि केतु आध्यात्मिकता का प्रतीक है.
    जब भी किसी ग्रह से जुड़ी समस्या हो, तो उससे संबंधित चीजों का दान करने से राहत मिलती है. लेकिन यह ध्यान रखना जरूरी है कि हर ग्रह की चीजें हर व्यक्ति को दान नहीं करनी चाहिए.

दान करते समय कौन-सी गलतियां न करें?
अपने लग्न के ग्रहों का दान न करें: आपकी कुंडली में अगर कोई ग्रह लग्न में मजबूत स्थिति में है तो उसकी चीजों का दान करने से वह ग्रह कमजोर हो सकता है, जिससे जीवन में अनचाही परेशानियां आ सकती हैं.

कुछ ग्रहों की चीजों का दान हानिकारक हो सकता है

    चंद्रमा अगर आपकी कुंडली के छठे घर में हो तो दूध और चावल दान करना आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है.
    वहीं गुरु सप्तम भाव में हो तो अपने पहने हुए कपड़े किसी को न दें बल्कि बदले में कोई छोटा-सा मूल्य जरूर लें.
    अगर शनि ग्यारहवें घर में हो, तो शराब या कोई नशीली चीज किसी को न दें, वरना आपका भाग्य कमजोर हो सकता है.
    चंद्रमा बारहवें घर में हो, तो किसी की पढ़ाई के लिए धन न दें, वरना खुद के ज्ञान और निर्णय क्षमता में बाधा आ सकती है.
    अगर बुध दूसरे घर में हो, तो स्टेशनरी का दान न करें, वरना संचार और धन से जुड़ी समस्याएं आ सकती हैं.

दान करते समय पात्रता का ध्यान रखें
दान हमेशा योग्य व्यक्ति को ही देना चाहिए. अगर गलत व्यक्ति को दान दिया जाए, तो उसका सही प्रभाव नहीं मिलता.

गुप्त दान सबसे श्रेष्ठ
दान का प्रचार किया जाए, तो उसका पुण्य समाप्त हो जाता है. सोशल मीडिया पर दान की तस्वीरें डालने से वह एक मार्केटिंग स्टंट बन जाता है, न कि पुण्य का कार्य.

योग्य व्यक्ति को ही दान करें
कोई व्यक्ति आपके दान का दुरुपयोग कर सकता है या उसका हकदार नहीं है, तो उसे दान करने से बचना चाहिए.

बिना सोच-समझे दान न करें
हर चीज का दान हर किसी को नहीं करना चाहिए. बिना ज्योतिषीय सलाह के किसी ग्रह से जुड़ी चीजों का दान करने से आपको अनजाने में हानि हो सकती है.