टीकमगढ़ की ग्राम पंचायत दरी के अंतर्गत आने वाले नगारा गांव में मंगलवार सुबह दूषित पानी पीने से 35 लोग बीमार हो गए। इसमें महिलाएं, पुरुष और बच्चे शामिल हैं, जिसमें एक पांच साल के बच्चे की मौत हो गई। सूचना मिलने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची है और स्कूल को अस्थाई अस्पताल के रूप में परिवर्तित करके बीमार लोगों को इलाज दिया जा रहा है। जबकि सात लोगों की हालत गंभीर होने पर टीकमगढ़ जिला चिकित्सालय रेफर किया गया है।

टीकमगढ़ के जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर पीके माहोर ने बताया, सूचना मिलने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव पहुंची है। जहां पर बीमार लोगों को इलाज दिया जा रहा है। सभी लोगों में दूषित पानी पीने से उल्टी दस्त की शिकायत हुई थी, जिसमें एक बच्चे जिसकी उम्र पांच साल थी और उसका नाम राजेंद्र था। झांसी मेडिकल कॉलेज ले जाते समय रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। 

उन्होंने बताया, बच्चों की संख्या 18 है, जिनकी उम्र पांच से लेकर 11 साल तक है। वहीं, 12 महिलाएं और पांच पुरुष गंभीर रूप से बीमार हैं। सात लोगों को इलाज के लिए टीकमगढ़ जिला चिकित्सालय भेजा गया है, जबकि बाकी लोगों का इलाज गांव में किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार नजर रख रही है।

कुएं का दूषित पानी पीने से हुए बीमार

टीकमगढ़ जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर पीके  माहोर ने बताया कि हरिजन बस्ती में दो कुएं हैं। एक का पानी खारा है और एक कुएं का पानी मीठा है, जिस कुएं का पानी मीठा है, उसका ग्रामीण उपयोग करते हैं। इन लोगों ने उस पानी को पिया, जिस कारण से वह पानी दूषित था और इस वजह से इन लोगों को उल्टी दस्त की शिकायत हुई। उन्होंने कहा कि दोनों कुएं के सैंपल लिए जा रहे हैं और जांच के बाद स्थिति स्पष्ट होगी। गांव में अब स्थिति नियंत्रण में है और स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार निगरानी कर रही है।