नई दिल्ली । गौतम अदाणी के समूह ने निवेशकों के लिए एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। उन्होंने सोमवार को अपनी पोर्टफोलियो कंपनियों के वित्तीय और ऋण विवरण जारी किए। इस घोषणा के माध्यम से कंपनी ने अपने मजबूत मुनाफे और नकदी प्रवाह की बढ़त को दर्शाया। अदाणी समूह के कंपनियों ने बंदरगाहों से लेकर ऊर्जा तक के कारोबार में निवेश को बढ़ावा दिया है। कंपनी के अनुसार वे अब अपनी विकास की गति को बनाए रख सकते हैं बिना  ऋण पर निर्भर होने की दरकार। हाल ही में गौतम अदाणी और दो अन्य अधिकारियों के खिलाफ अमेरिकी अदालत में सौर ऊर्जा अनुबंध हासिल करने के लिए भारतीय अधिकारियों को रिश्वत देने का आरोप है। समूह की कुल संपत्ति में इक्विटी का योगदान करीब दो तिहाई है, जो पांच साल पहले की तुलना में काफी अलग है। समूह ने पिछले 12 महीनों में करीब 75,227 करोड़ रुपये का निवेश किया, जबकि कुल कर्ज में सिर्फ 16,882 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई। अदाणी समूह ने अपने निवेशकों के साथ एक नोट भी साझा किया है, जिसमें कहा गया है कि वे कम से कम 12 महीनों के लिए सभी ऋण सेवा आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए पर्याप्त तरलता रखते हैं। अदाणी समूह की लिक्विडिटी से जुड़े एक नोट में कहा गया है कि उनके पास 53,024 करोड़ रुपये की नकदी है, जो इसके कुल सकल बकाया ऋण का 21 प्रतिशत है। समूह ने अगले 10 वर्षों में 8 लाख करोड़ रुपये से अधिक निवेश करने की योजना बनाई है और उनकी लाभदायकता में वृद्धि को ध्यान में रखते हुए धारिता की दिशा में कदम बढ़ाया जा रहा है।