वॉशिंगटन। अमेरिका में आयोजित एक कार्यक्रम में वित्त मंत्री सीतारमण ने दुनिया में भारत की अहमियत बताते हुए कहा कि दुनिया का कोई भी देश भारत को नजरअंदाज नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी का कहना है कि भारत की प्राथमिकता अपना प्रभुत्व जमाने की नहीं है। हम दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र हैं। दुनिया की सबसे बड़ी आबादी हमारी है। दुनिया का आज हर छठा व्यक्ति भारतीय है। 
ऐसे में अमेरिका दूर है या चीन पास, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता क्योंकि कोई भी देश भारत और भारत की अर्थव्यवस्था को नजरअंदाज नहीं कर सकता। खासकर उस स्थिति में जिसमें भारतीय अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है। केंद्रीय वित्त मंत्री ने सेंटर फॉर ग्लोबल डेवलेपमेंट कार्यक्रम के दौरान ये भी कहा कि भारत, आईएमएफ से पहले से अपने पड़ोसियों को उनके मुश्किल समय में आर्थिक मदद दे रहा है। सेंटर फॉर ग्लोबल डेवलेपमेंट के कार्यक्रम में बोलते हुए वित्त मंत्री ने बताया कि भारत ने कई अफ्रीकी देशों को लाइन ऑफ क्रेडिट योजना के तहत आर्थिक मदद दी है, जिससे वहां संस्थानों, सड़कों, पुलों और रेलवे स्टेशन का निर्माण हुआ है। 


पड़ोसी हमें बहुत प्यारे हैं: वित्त मंत्री

आईएमएफ की धीमी प्रक्रिया पर निशाना साधते हुए सीतारमण ने कहा कि आईएमएफ से बहुत पहले हम अपने पड़ोसियों की मदद करते आ रहे हैं। मैं ये बात पूरी जिम्मेदारी से कह रही हूं कि मेरा आईएमएफ की अहमियत को कमतर करने का कोई इरादा नहीं है, लेकिन हमने बिना किसी शर्त के पड़ोसियों को पैसे दिए हैं। मैं उन पड़ोसियों का नाम नहीं लेना चाहती और ना ही कोई नंबर देना चाहती हूं क्योंकि हमारे पड़ोसी हमें बहुत प्यारे हैं।


विश्व बैंक के अध्यक्ष से मुलाकात

वित्त मंत्री ने विश्व बैंक की सालाना बैठक से इतर विश्व बैंक के अध्यक्ष अजय बंगा से भी मुलाकात की। इस मुलाकात में दोनों के बीच निजी पूंजी के ग्लोबल पब्लिक गुड्स, ऊर्जा सुरक्षा और बहुपक्षीय विकास बैंक सुधार में भाग लेने पर चर्चा हुई। भारत की अध्यक्षता में हुए जी20 सम्मेलन के दौरान स्वतंत्र समीक्षा समूह द्वारा बहुपक्षीय विकास बैंक में सुधार के लिए कुछ सिफारिशें की गईं थी, उन्हें लेकर भी दोनों के बीच चर्चा हुई।