नई दिल्ली । मोबाइल उपभोक्ताओं की डेटा की गोपनीयता चुराकर चीन भेजने वाले दूसरे देशों द्वारा विकसित 348 मोबाइल ऐप की पहचान की गई है और उन्हें केंद्र सरकार ने प्रतिबंधित किया है। ये ऐप्स यूजर्स की जानकारी एकत्र कर रहे थे और देश के बाहर स्थित सर्वरों को अनधिकृत तरीके से भेज रहे थे। इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने लोकसभा में रोडमल नागर के प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी। सदस्य ने पूछा था कि क्या सरकार ने देश से बाहर सूचना भेजने वाले किसी ऐप की पहचान की है और अगर ऐसे किसी ऐप का पता चला है तो क्या उन्हें प्रतिबंधित किया गया है।
जवाब में मंत्री ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने ऐसे 348 ऐप की पहचान की है और मंत्रालय के अनुरोध पर इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने इन सभी ऐप्लीकेशन को ब्लॉक कर दिया है क्योंकि इस तरह के डेटा प्रसारण भारत की संप्रभुता और अखंडता, भारत की रक्षा और राज्य की सुरक्षा का उल्लंघन करते हैं। चंद्रशेखर ने बताया कि इन ऐप को चीन समेत विभिन्न देशों द्वारा विकसित किया गया है।
मालूम हो कि हाल ही में गेमिंग दिग्गज क्राफ्टन के एक लोकप्रिय बैटल रॉयल गेम, बैटलग्राउंड मोबाइल इंडिया (बीजीएमआई) को भी प्ले स्टोर से हटा दिया दिया गया है। गूगल ने कहा है कि उसे इस संबंध में सरकार से एक आदेश मिला है और यही वजह है कि ऐप के एक्सेस को ब्लॉक कर दिया गया। सितंबर 2020 में, डेटा सुरक्षा का हवाला देते हुए, क्राफ्टन के प्लेयर अन नोन बैटलग्राउंड (पीयूबीजी) को 117 अन्य चीनी ऐप्स के साथ बैन कर दिया गया था।