कोरबा, कोरबा अंचल में हसदेव बांगो परियोजना की बायीं तट नहर जो नगर के बीच से गुजरी हैं, उससे सटी श्रमिक बाहुल्य बस्ती इमलीडुग्गु के निकट नहर में बहती, छटपटाती महिला को पास ही खड़े युवक ने देखा और वह नहर में कूद उसे बचाकर ले आया। जान बचाने वाला कोई और नहीं बल्कि वॉर्ड पार्षद सुफलदास महंत का भाई कुशलदास महंत था। उक्त महिला नहर के तीव्र बहाव की चपेट में कैसे आई। यह अभी स्पस्ट नहीं हो पाया हैं जांच पड़ताल के बाद ही स्पस्ट हो पायेगा की वह किसी असावधानीवश नहर में गिर पडी। वैसे एक जानकारी यह भी उभरी हैं, की उसने किसी निराशा की आगोश में आकर छलांग लगाने का यह कठोर निर्णय स्वयं ही लिया हैं। महिला को सकुशल घर छोड़कर लोगों ने राहत के साहस ली।