शहर की साईं कालोनी में म्यूजिक सिस्टम की तेज आवाज के चलते 13 वर्षीय बच्चे की मौत हो गई। घटना गत सोमवार की है। दुर्गा प्रतिमा विसर्जन को लेकर निकाली गई झांकी के दौरान दुर्गा चौक पर म्यूजिक सिस्टम के समीप खड़ा कक्षा पांच का छात्र समर बिल्लौरे तेज आवाज से बेसुध होकर गिर गया। उसे जिन दो निजी अस्पतालों में ले जाया गया, वहां के डॉक्टरों ने तेज आवाज से हृदय गति थमने को मौत का कारण बताया। हालांकि, बच्चे का पोस्टमार्टम नहीं करवाया गया था।

बच्चे की मां सीमा ने बताया कि झांकी निकलते समय बेटा म्यूजिक सिस्टम के पास ही खड़ा था। वहीं, इस मामले की शुक्रवार को मध्य प्रदेश मानवाधिकार आयोग ने पुलिस कमिश्नर को जांच करने और म्यूजिक सिस्टम के संचालक के विरुद्ध कार्रवाई करने को कहा है। इस मामले में पुलिस घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है।

एक्सपर्ट बोले- म्यूजिक सिस्टम का साउंड करता है हृदय गति को प्रभावित

भोपाल एम्स में हृदय रोग विशेषज्ञ डा. ने बताया कि म्यूजिक सिस्टम का साउंड हृदय गति को प्रभावित करता है। विशेषतौर पर यदि अचानक आवाज बढ़ा दी जाए तो ऐसे में दिल के मरीजों का बीपी हाई या लो हो सकता है। यह हृदयघात का कारण भी बनता है।

बच्चे की मौत पर मानव अधिकार आयोग ने की जांच की मांग

13 वर्षीय बच्चे की मौत के मामले में अब मध्यप्रदेश मानव आयोग ने जांच की मांग की है। साथ ही पुलिस कमिश्नर से डीजे संचालक के विरूद्ध कार्रवाई कर एक माह के भीतर प्रतिवेदन भी मांगा है। आयोग का कहना है कि बच्चे की मौत के सही कारणों की जांच करें और यदि वास्तव में डीजे की तेज आवाज उसकी मौत की जिम्मेदार है तो संचालक पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। इस मामले में पुलिस भी घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी खंगाल रही है।

बच्चे की रुक गई हार्ट बीट

बता दें दुर्गा विसर्जन के दौरान सोमवार को साईं कालोनी से दुर्गाजी की झांकी चल समारोह के लिए निकाली जा रही थी। इसी दौरान दुर्गा चौक पर पांचवीं कक्षा का 13 वर्षीय छात्र समर बिल्लौरे डीजे के पास खड़ा था। तेज आवाज से वह अचानक बेसुध होकर गिर गया। वहां मौजूद लोगों ने बच्चे के स्वजनों को जानकारी दी, जिसके बाद उसे दो निजी अस्पतालों में ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने डीजे की तेज आवाज से हार्ट बीट रूकने से मौत का कारण बताया। हालांकि बच्चे का पीएम नहीं करवाया गया था, जिससे उसकी मौत के कारणों पर संदेह भी जताया जा रहा है।

स्वजनों ने कहा- डीजे की वजह से ही हमारे बेटे की जान गई

बच्चे की मौत के बाद पीड़ित परिवार का हाल-बेहाल है। समर की मां सीमा ने बताया कि उनके बेटे की मौत का जिम्मेदार जब डीजे को ठहराया जाने लगा तो वह बिफर गया और बोला कि आपका बेटा तो पहले से ही बीमार था। जबकि वास्तव में ऐसा नहीं है। मैं सोमवार को एक बंगले पर काम करके रात आठ बजे घर आई थी। मैंने उसे नारियल पानी पिलाया और फिर झांकी घर के पास आई तो वह देखने चला गया। झांकी के निकलते समय वह डीजे को पकड़े था, न कि डांस कर रहा था।