कर्नाटक में प्रज्ज्वल रेवन्ना का मामला काफी विवादों में है। इस बीच, कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने सोमवार को बताया कि उनके और उनके परिजनों के साथ-साथ समर्थकों के 40 फोन टैप किए जा रहे हैं। कुमारस्वामी ने राज्य सरकार पर उनकी और उनके परिवार की जासूसी करने का आरोप लगाया। उपमुख्यमंत्री और गृहमंत्री ने आरोपों को निराधार बताया।

कुमारस्वामी ने वापस आने की अपील की

कुमारस्वामी ने आरोप लगाया कि हमारे फोन टैप किया जा रहे हैं। मेरे आसपास के चालीस लोगों के फोन टैप हो रहे हैं। फोन पर जो बात हो रही है, सब सुनी जा रही है। मुझे सब पता है। एचडी रेवन्ना का फोन भी टैप हो रहा है। इसके अलावा, कुमारस्वामी ने सार्वजनिक रूप से अपने भतीजे से भारत लौटने और जांच में सहयोग करने की अपील की। उन्होंने कहा कि आप भारत वापस आएं और जांच में पूरा सहयोग करें। कब तक यह चोर-पुलिस का खेल चलेगा। कुमारस्वामी ने आगे कहा कि आपके दादाजी ने हमेशा चाहा कि आप राजनीति में आगे बढ़े। आप यदि उनकी प्रतिष्ठा का सम्मान करते हैं तो भारत लौट आएं। 

पीड़ितों से मांगी माफी

इसके अलावा, कुमारस्वामी ने यौन उत्पीड़न मामले के पीड़ितों से माफी भी मांगी। उन्होंने कहा कि मैं एक बार फिर सार्वजनिक रूप से अपनी माताओं और बहनों से माफी मांगता हूं। मैं उनकी मानसिक पीड़ा को समझ सकता हूं। यह मामला अस्वीकार्य है। हमारा सिर इस वजह से शर्म से झुकता है। 

डीके शिवकुमार ने आरोपों को किया खारिज

वहीं, उप-मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने फोन टैपिंग के आरोपों को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि कुमारस्वामी और रेवन्ना आतंकवादी नहीं है, जो ऐसी कार्रवाई की जाए। राजनीतिक नेताओं के फोन टैप करने की कोई जरूरत नहीं है। वे सिर्फ प्रचार के लिए इस तरह के आरोप लगा रहे हैं। कर्नाटक के गृहमंत्री परमेश्वर ने भी फोन टैपिंग के आरोप को नकार दिया। उन्होंने कहा कि मैं इसे पूरी तरह से नकारता हूं। 

यह है मामला

कर्नाटक के बहुचर्चित पेन ड्राइव / अश्लील वीडियो मामले में जेडीएस सांसद प्रज्ज्वल रेवन्ना का नाम जुड़ा है। 33 साल के प्रज्ज्वल पर महिलाओं के यौन शोषण करने के कई मामले दर्ज हैं। इस घोटाले ने सत्तारूढ़ कांग्रेस और भाजपा-जेडीएस के बीच राजनीतिक बवाल खड़ा कर दिया है। बता दें कि प्रज्ज्वल कर्नाटक के हासन लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं, जहां 26 अप्रैल को मतदान हुआ था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक जैसे ही सांसद से जुड़े वीडियो सामने आने लगे, वह वोटिंग खत्म होने के बाद वह 27 अप्रैल को देश छोड़कर भाग गए थे। फिलहाल फरार है। उसे वापस लाने के प्रयास में उसके खिलाफ इंटरपोल ने ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी किया है।