नई दिल्ली: झारखंड के देवघर रोपवे पर फंसे लोगों का लगातार रेस्क्यू चल रहा है. इस बीच रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान एक बड़ा हादसा हो गया. रेसक्यू के दौरान सेना के हेलीकॉप्टर से युवक गिर गया. इस हादसे में शख्स की मौत हो गई.

रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
देवघर जिला के मोहनपुर थाना क्षेत्र के त्रिकुट पहाड़ पर हुए रोपवे हादसे के बाद ट्रॉलियों में लटके 48 में से कुल 32 लोगों को रेस्क्यू करके बचाया गया. वायु सेना, आईटीबीपी, एनडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन की टीमें संयुक्त रूप से रेस्क्यू अभियान में जुटी हुई हैं. सेना के जवान हेलीकॉप्टर से रस्सियों के सहारे लटककर ट्रॉलियों से एक-एक कर लोगों को बाहर निकालने में जुटे रहे. अभी भी करीब 15 लोग की फंसे हैं. साथ ही इस हादसे में कुल 3 लोगों की मौत हो गई.


पूरी रात ट्रॉली पर गुजारी
रविवार शाम करीब छह बजे हुए इस हादसे के बाद एक दर्जन ट्रॉलियों में 48 लोग फंसे हुए थे. इन लोगों ने पूरी रात ट्रॉली पर ही गुजारी. कुछ लोगों को रविवार को स्थानीय ग्रामीणों की मदद से ट्रॉलियों से नीचे उतारने में सफलता मिली थी. रात होने की वजह से रविवार को रेस्क्यू ऑपरेशन रोक देना पड़ा.

ड्रोन के जरिए राहत सामग्री पहुंचाई
सोमवार सुबह सेना के हेलीकॉप्टरों के जरिए लोगों को निकालने का अभियान शुरू हुआ, लेकिन रोपवे के तारों की वजह से काफी मुश्किलें आ रही हैं. ट्रॉलियों में फंसे लोगों तक ड्रोन के जरिए बिस्किट और पानी के पैकेट पहुंचाए गए.


पूर्व मुख्यमंत्री ने की मुआवजे की मांग
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास (Raghubar Das) ने कहा कि देवघर मामले में सरकार मृतक को एक करोड़ मुआवजा दे. सरकार की नाकामी के चलते 2 की मौत और 48 पर्यटक रात भर भूखे प्यासे हवा में लटके रहे, जिस जिले से पर्यटन मंत्री आते है वह घटना के 18 घंटे बाद भी मौके पर नहीं पहुंचे. ये दुर्भाग्यपूर्ण है. एनडीआरएफ और सीआरपीएफ के जवानों पर भरोसा है.