हिन्दू पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को भाई दूज का पर्व मनाया जाता है. इस पर्व को यम द्वितीया के नाम से भी जाना जाता है. इस वर्ष यह त्योहार 3 नवंबर 2024, रविवार को मनाया जाएगा. इस दिन बहन अपने भाई को तिलक लगाती है. उसकी आरती उतारती है. साथ ही उसका मुंह मीठा कराकर उसकी लंबी उम्र के लिए प्रार्थना करती है. ऐसा माना जाता है कि इस दिन जो भी भाई अपनी बहन के घर भोजन करते है उनकी उम्र में वृद्धि होती है.

भोपाल के ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा कहते हैं कि भाई दूज की पूजा की थाली में आपको सभी जरूरी चीजें ध्यान पूर्वक रखना चाहिए, क्योंकि अधूरी सामग्री से पूजा भी अधूरी मानी जाती है. आइए जानते हैं थाली में रखी जाने वाली सामग्री के के बारे में.

रोली, अक्षत और कलावा
भाई दूज के लिए थाली तैयार करते समय में उसमें ​तिलक करने के लिए रोली जरूर रखना चाहिए. आप चाहें तो चंदन भी रख सकती हैं. इसी के साथ सुख-समृद्धि के लिए अक्षत यानी कि चावल भी रखें क्योंकि इसके बिना तिलक अधूरा है. थाली में लाल कलावा होना भी जरूरी है जिसे आप अपने भाई की कलाई पर बांधें.

सुपारी, चांदी का सिक्का और नारियल
तिलक की थाली में एक सुपारी जरूर रखें यह भगवान गणेश का प्रतीक है. साथ ही चांदी का सिक्का रखें, जो भाई के जीवन में धन-वैभव बनाए रखता है. इसमें एक नारियल भी रखें जो जीवन में नकारात्मकता को दूर करता है.

फूल माला, मिठाई, केला
तिलक की थाली में भाई को तिलक के बाद पहनाने फूल माला रखें और मुंह मीठा कराने कोई मिठाई भी थाली में रखें. आपको थाली में केला जरूर रखना चाहिए, क्योंकि इसे खिलाने से बृहस्पति ग्रह मजबूत होते हैं.