क्या होते हैं Green Bonds? क्यों बन रहे निवेशकों की पसंद
केंद्र सरकार की ओर से Green Bond जारी करने को लेकर चर्चा गर्म है।सरकार भी कह चुकी है कि Green Bond को जल्द बाजार में उतारा जाएगा।इसके लिए सरकार के द्वारा फ्रेमवर्क पर काम करने की रिपोर्ट्स भी समय-समय पर सामने आती रहती हैं।
बता दें, पहली बार Green Bond का एलान केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की ओर से चालू वित्त वर्ष का बजट पेश करते समय किया गया था। उन्होंने कहा था कि सरकार सॉवरेन Green Bond जारी करने की तैयारी में है।
क्या है Green Bond?
Green Bond एक तरह निवेश है, जिसमें निवेशकों को एक फिक्स्ड ब्याज दिया जाएगा। इसे सरकार की ओर से इससे मिलने वाले पैसे का उपयोग कार्बन उत्सर्जन कम करने वाली योजनाओं के लिए किया जाएगा। यह बॉन्ड एसेट लिंक होंगे। एसेट लिंक बॉन्ड निवेशकों के बीच में काफी लोकप्रिय होते हैं, इस कारण सरकार के लिए भी इन बॉन्ड पर पैसा जुटाना आसान होता है। एसेट लिंक होने के कारण इन बॉन्ड को सुरक्षित माना जाता है। निवेशकों को आकर्षित करने के लिए इस पर सरकार की ओर से टैक्स छूट और टैक्स क्रेडिट भी दिया जाता है।
जल्द जारी हो सकते हैं Green Bond
बात दें, सितंबर के आखिर में वित्त मंत्रालय की ओर से एक बयान जारी कर कहा गया था कि सरकार जल्द Green Bond जारी करने को लेकर एक फ्रेमवर्क लेकर आएगी और इसके साथ ही भविष्य में इसे कब-कब जारी किया जाएगा, इसकी रूपरेखा के बारे में बताया जाएगा। आगे बताया गया कि सरकार का लक्ष्य 16,000 करोड़ के Green Bond जारी करना है।